दिल्ली में अपराध दर 2025 में अपराध का आकड़ा 8.38% कम हुआ। हत्या, चोरी, बलात्कार के मामले घटे। अमित शाह, रेखा गुप्ता और संजय अरोड़ा की अगुवाई में मिली दिल्ली को सफलता। और जानें CrimeEpisode.com पर।

नई दिल्ली, 13 जुलाई 2025 – दिल्ली में इस साल जनवरी से 30 जून तक अपराधों में बड़ी कमी देखी गई है। दिल्ली पुलिस के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में अपराध दर 2025 में भारतीय दंड संहिता (IPC) और भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत 1,18,822 मामले दर्ज हुए, जो 2024 के 1,29,693 मामलों से 8.38% कम हैं। अगर 2023 की बात करें, जब 1,63,396 मामले थे, तो 2025 में 27.28% की बड़ी गिरावट हुई है। यह कमी दिल्ली पुलिस की मेहनत, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सख्त निर्देशों, दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व और दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा की शानदार रणनीतियों का नतीजा है।
दिल्ली में अपराध दर 2025 में अपराधों में क्या बदलाव आया?
सबसे पहले गंभीर अपराधों की बात कर लेते है जिसमे अगर हत्या के मामलो को अगर छोड़ दिया जाये तो बाकि के मामलो में तेज़ी से गिरावट आई है इसके साथ ही दिल्ली में अपराध दर 2025 मे हत्या के मामलो में भी कुछ ही प्रसेन्ट मामलो की बढ़ोतरी हुई है
हत्या

- 2025 में 250 हत्याएं हुईं।
- 2024 में 241 थीं, यानी इस साल 3.73% ज्यादा।
- लेकिन 2023 में 269 थीं, तो उससे 7.06% कम।
- मतलब: हत्याएं 2023 से तो कम हुईं, लेकिन पिछले साल से थोड़ी बढ़ीं। पुलिस का कहना है कि ज्यादातर हत्याएं निजी झगड़ों, जैसे परिवार या दोस्तों के बीच लड़ाई की वजह से हुईं।
हत्या की कोशिश
- 2025 में 386 मामले आए।
- 2024 में 430 थे, यानी 10.23% कम।
- लेकिन 2023 में 368 थे, तो उससे 4.89% ज्यादा।
- मतलब: लोग हत्या की कोशिश कम कर रहे हैं, लेकिन अभी भी 2023 से थोड़ा ज्यादा है।
डकैती (हथियारों से लूटपाट)

- 2025 में 637 मामले।
- 2024 में 826 थे (22.88% कम) और 2023 में 790 थे (19.37% कम)।
- मतलब: डकैती के मामले बहुत कम हुए हैं, जो दिखाता है कि सड़कों पर लूटपाट अब पहले से कम हो रही है।
फिरौती के लिए अपहरण
- 2025 में 4 मामले।
- 2024 में 6 थे (33.33% कम) और 2023 में भी 4 थे।
- मतलब: इस तरह के अपराध बहुत कम हैं और 2024 से और कम हुए।
बलात्कार और बच्चों के खिलाफ अपराध (POCSO)

- 2025 में 932 मामले।
- 2024 में 1,040 थे (10.38% कम) और 2023 में 1,034 थे (9.86% कम)।
- मतलब: महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध कम हुए हैं, जो बताता है कि दिल्ली में उनकी सुरक्षा बढ़ रही है।
छोटे-मोटे अपराधों में भारी कमी देखने को मिली
छोटे-मोटे अपराध की बात करे तो दिल्ली में अपराध दर 2025 में बड़े स्तर पर गिरावट को दर्ज़ किया गया है छीनाझपटी के मामले लगातार तीन सालो में नीचे गए है सेंधमारी के मामलो का ग्राफ ऊपर नीचे गया है इसके साथ ही गाड़ी चोरी के मामलो पर गम्भीरता से लिया गया है देखे नीचे
छीनाझपटी (बैग या फोन छीनना)
- 2025 में 2,503 मामले।
- 2024 में 3,381 थे (25.97% कम) और 2023 में 3,865 थे (35.24% कम)।
- मतलब: सड़कों पर छीनाझपटी बहुत कम हो गई है, जो एक अच्छी खबर है।
सेंधमारी (घर में घुसकर चोरी)

- 2025 में 3,186 मामले।
- 2024 में 4,271 थे (25.40% कम) और 2023 में 3,398 थे (6.24% कम)।
- मतलब: घरों में सेंधमारी के मामले भी कम हुए हैं।
घरेलू चोरी
- 2025 में 7,360 मामले।
- 2024 में 8,769 थे (16.07% कम) और 2023 में 10,179 थे (27.69% कम)।
- मतलब: घरों से सामान चोरी होने की घटनाएं बहुत कम हो रही हैं।
वाहन चोरी (बाइक, कार चोरी)
- 2025 में 17,512 मामले।
- 2024 में 18,626 थे (5.98% कम) और 2023 में 19,360 थे (9.55% कम)।
- मतलब: गाड़ियों की चोरी भी कम हो रही है।
अन्य चोरी (छोटी-मोटी चोरी)
- 2025 में 49,507 मामले।
- 2024 में 54,612 थे (9.35% कम) और 2023 में 79,856 थे (38.00% कम)।
- मतलब: छोटी चोरियां बहुत कम हो गई हैं, जो दिल्ली की बढ़ती सुरक्षा को दिखाता है।
महिलाओं के खिलाफ अपराध
- छेड़छाड़: 2025 में 863 मामले, 2024 में 968 थे (10.85% कम) और 2023 में 1,216 थे (29.03% कम)।
- छेड़खानी: 2025 में 154 मामले, 2024 में 176 थे (12.50% कम) और 2023 में 181 थे (14.92% कम)।
- मतलब: महिलाओं के साथ बदतमीजी के मामले कम हुए हैं, जो एक बड़ी राहत है।
अपहरण
मतलब: अपहरण के मामले भी थोड़े कम हुए हैं।
2025 में 2,716 मामले।
2024 में 2,738 थे (0.80% कम) और 2023 में 2,752 थे (1.31% कम)।
सड़क हादसे मे कितनी सुरक्षित बनी दिल्ली
घातक हादसे (जिनमें मौत हुई)

- 2025 में 667 हादसे।
- 2024 में 673 थे (0.89% कम) और 2023 में 653 थे (2.14% ज्यादा)।
- मतलब: घातक हादसे थोड़े बढ़े हैं, लेकिन ज्यादा बदलाव नहीं है।
सामान्य हादसे (छोटे-मोटे हादसे)
- 2025 में 1,971 हादसे।
- 2024 में 2,074 थे (4.97% कम) और 2023 में 2,030 थे (2.91% कम)।
- मतलब: छोटे हादसे कम हुए हैं।
अन्य IPC/BNS अपराध (छोटे कानूनी मामले)
- 2025 में 29,420 मामले।
- 2024 में 30,065 थे (2.15% कम) और 2023 में 36,605 थे (19.63% कम)।
- मतलब: छोटे-मोटे कानूनी मामले भी कम हुए हैं।
दिल्ली सुरक्षित क्यों हुई?
दिल्ली में अपराध कम होने की कई वजहें हैं:

- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की भूमिका: अमित शाह ने दिल्ली पुलिस को अपराध रोकने के लिए सख्त निर्देश दिए। उनकी अगुवाई में नए कानून (BNS, BNSS, BSA) लागू हुए, जिससे अपराधियों में डर बढ़ा। उनकी समीक्षा बैठकों में सजा की दर 20% बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया, जिससे पुलिस की कार्रवाई तेज हुई।
- मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का योगदान: फरवरी 2025 में दिल्ली की मुख्यमंत्री बनीं रेखा गुप्ता ने कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस और सरकार के बीच बेहतर तालमेल बनाया। उनके प्रयासों से दिल्ली में सुरक्षा बढ़ी।
- दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा की मेहनत: संजय अरोड़ा ने CCTV, ड्रोन और डेटा विश्लेषण जैसी तकनीकों का इस्तेमाल बढ़ाया। उनकी रणनीतियों ने पुराने अपराधियों को पकड़ने और अपराध रोकने में बड़ी भूमिका निभाई।
- ज्यादा गश्त: हाई-रिस्क इलाकों में पुलिस की मौजूदगी बढ़ी, जिससे अपराधी डरने लगे।
- लोगों का साथ: दिल्लीवासियों ने पुलिस के साथ मिलकर जागरूकता बढ़ाई और अपराध रोकने में मदद की।
क्या चुनौतियां हैं?
हालांकि ज्यादातर अपराध कम हुए, लेकिन दिल्ली में अपराध दर 2025 मे हत्या के मामलों में थोड़ी बढ़ोतरी (2024 में 241 से 2025 में 250) चिंता का विषय है। पुलिस का कहना है कि ये ज्यादातर निजी झगड़ों की वजह से हैं। सड़क हादसों में भी हल्की बढ़ोतरी हुई, जिसके लिए सड़क सुरक्षा पर और काम करना होगा।
